tag:blogger.com,1999:blog-728469952563092102.post2555180483996254370..comments2023-04-29T08:36:55.608-07:00Comments on नन्दानन्द (NANDANAND): "हिन्दी महिमा" (डॉ.महेन्द्र प्रताप पाण्डेय 'नन्द')डाॅ. महेन्द्र प्रताप पाण्डेय ‘नन्द’http://www.blogger.com/profile/17839152730051162132noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-728469952563092102.post-65462504873062403912014-10-01T12:41:13.393-07:002014-10-01T12:41:13.393-07:00बहुत बहुत धन्यवादबहुत बहुत धन्यवादडाॅ. महेन्द्र प्रताप पाण्डेय ‘नन्द’https://www.blogger.com/profile/17839152730051162132noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-728469952563092102.post-30427979764502237362014-10-01T12:40:52.775-07:002014-10-01T12:40:52.775-07:00बहुत बहुत धन्यवादबहुत बहुत धन्यवादडाॅ. महेन्द्र प्रताप पाण्डेय ‘नन्द’https://www.blogger.com/profile/17839152730051162132noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-728469952563092102.post-40098499316142640912014-10-01T12:40:20.162-07:002014-10-01T12:40:20.162-07:00बहुत बहुत धन्यवादबहुत बहुत धन्यवादडाॅ. महेन्द्र प्रताप पाण्डेय ‘नन्द’https://www.blogger.com/profile/17839152730051162132noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-728469952563092102.post-56899814013463400862014-09-27T10:42:43.763-07:002014-09-27T10:42:43.763-07:00Hindi ki mahima ka bakhaan bahut umdaa tareeke se ...Hindi ki mahima ka bakhaan bahut umdaa tareeke se kiya aapne .... Sunder abhivyakti !!Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/01229721606335613058noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-728469952563092102.post-12298301135519668722014-09-27T09:28:52.764-07:002014-09-27T09:28:52.764-07:00बहुत सुंदर हिंदी महिमा।बहुत सुंदर हिंदी महिमा।Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-728469952563092102.post-45988549436424499662014-09-27T09:09:45.458-07:002014-09-27T09:09:45.458-07:00बहुत बहुत धन्यवादबहुत बहुत धन्यवादडाॅ. महेन्द्र प्रताप पाण्डेय ‘नन्द’https://www.blogger.com/profile/17839152730051162132noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-728469952563092102.post-56913970472883241932014-09-27T09:09:03.147-07:002014-09-27T09:09:03.147-07:00बहुत बहुत धन्यवादबहुत बहुत धन्यवादडाॅ. महेन्द्र प्रताप पाण्डेय ‘नन्द’https://www.blogger.com/profile/17839152730051162132noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-728469952563092102.post-49073681248986134282014-09-27T05:48:41.841-07:002014-09-27T05:48:41.841-07:00"हिन्दी महिमा" (डॉ.महेन्द्र प्रताप पाण्ड..."हिन्दी महिमा" (डॉ.महेन्द्र प्रताप पाण्डेय 'नन्द')<br /><br /> <br />हिन्दी मे गुण बहुत है, सम्यक देती अर्थ।<br />भाव प्रवण अति शुद्ध यह, संस्कृति सहित समर्थ।।1।।<br />--<br />वैयाकरणिक रूप में, जानी गयी है सिद्ध।<br />जिसका व्यापक कोश है, है सर्वज्ञ प्रसिद्ध।।2।।<br />--<br />निज भाषा के ज्ञान से, भाव भरे मन मोद।<br />एका लाये राष्ट्र में, दे बहु मन आमोद।।3।।<br />--<br />बिन हिन्दी के ज्ञान से, लगें लोग अल्पज्ञ।<br />भाव व्यक्त नहि कर सकें, लगे नही मर्मज्ञ।।4।।<br />--<br />शाखा हिन्दी की महत्, व्यापक रूचिर महान।<br />हिन्दी भाषा जन दिखें, सबका सबल सुजान।।5।।<br />--<br />हिन्दी संस्कृति रक्षिणी, जिसमे बहु विज्ञान।<br />जन-जन गण मन की बनी, सदियों से है प्राण।।6।।<br />--<br />हिन्दी के प्रति राखिये, सदा ही मन में मोह।<br />त्यागे परभाषा सभी, मन से करें विछोह।।7।।<br />--<br />निज भाषा निज धर्म पर, अर्पित मन का सार।<br />हर जन भाषा का करे, सम्यक सबल प्रसार।।8।।<br />--<br />देश प्रेम अनुरक्ति का, हिन्दी सबल आधार।<br />हिन्दी तन मन में बसे, आओ करें प्रचार।।9।।<br />--<br />हिन्दी हिन्दी सब जपैं, हिन्दी मय आकाश।<br />हिन्दी ही नाशक तिमिर, करती दिव्य प्रकाश।।10।।<br />--<br />हिन्दी ने हमको दिया, स्वतन्त्रता का दान।<br />हिन्दी साधक बन गये, अद्भुत दिव्य प्रकाश।।11।।<br />--<br />नही मिटा सकता कोई, हिन्दी का साम्राज्य।<br />सुखी समृद्धिरत रहें, हिन्दी भाषी राज्य।।12।।<br />--<br />हिन्दी में ही सब करें, नित प्रति अपने कर्म।<br />हिन्दी हिन्दुस्थान हित, जानेंगे यह मर्म।।13।।<br />--<br />ज्ञान भले लें और भी, पर हिन्दी हो मूल।<br />हिन्दी से ही मिटेगी, दुविधाओं का शूल।।14।।<br />--<br />हिन्दी में ही लिखी है, सुखद शुभद बहु नीति।<br />सत्य सिद्ध संकल्प की, होती है परतीति।।15।।<br />--<br />आकाशवाणी अल्मोड़ा (4.9.10), <br />रचनाकार, शबनम साहित्य परिषद् (20.10.10)<br /><br />सार्थक हिंदी वंदना ,सशक्त भाव संसिक्त प्रस्तुति। एक प्रतिक्रिया ब्लॉग पोस्ट :http://mppandeynand.blogspot.in/2014/09/blog-post.html<br /><br />निज भाषा उन्नति अहै, सब उन्नति को मूल ,<br /><br />बिन निज भाषा ज्ञान के, मिटे न हिय को शूल। <br /><br />विविध कला शिक्षा अमित ,ज्ञान अनेक प्रकार ,<br /><br />सब देसन से ले करहु ,भासा महि प्रचार। <br /><br /> virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-728469952563092102.post-45098505619913928272014-09-26T22:54:20.242-07:002014-09-26T22:54:20.242-07:00बहुर सुन्दर भावों का संचरण करती रचना
बहुर सुन्दर भावों का संचरण करती रचना <br />Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/14500351687854454625noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-728469952563092102.post-91607451629535314802014-09-26T08:00:34.321-07:002014-09-26T08:00:34.321-07:00बहुत सुन्दर प्रस्तुति।
--
आपकी इस प्रविष्टि् की च...बहुत सुन्दर प्रस्तुति।<br />--<br /> आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल शनिवार (27-09-2014) को <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow"> "अहसास--शब्दों की लडी में" (चर्चा मंच 1749) </a> पर भी होगी।<br />--<br />चर्चा मंच के सभी पाठकों को<br />शारदेय नवरात्रों की<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.com